आपको हैरानी होगी कि भगवान कृष्ण का जन्म स्थल यमुना के किनारे का नहीं था, बल्कि उनका जन्म होली नामक गाँव में हुआ था।
श्री कृष्ण की आयु
श्री कृष्ण का जन्म वृद्धावन में हुआ था और उनकी आयु 125 साल तक बड़ी मानी जाती है।
जन्माष्टमी और ताजमहल
जन्माष्टमी के दिन, ताजमहल के सीपियों को धूप में लगाने का एक प्राचीन परंपरा है, क्योंकि ताजमहल की नीली पत्तियां भगवान कृष्ण की प्रिय रंगों में होती हैं।
जन्माष्टमी और महाभारत
जन्माष्टमी का दिन भगवान कृष्ण ने महाभारत के अद्भुत ज्ञान को अर्जुन को दिया था, जिसे गीता के रूप में जाना जाता है।
श्री कृष्ण की रासलीला
भगवान कृष्ण की रासलीला, गोपियों के साथ नृत्य का आद्य उल्लेख भगवद गीता में मिलता है।
पालना प्रह्लाद के साथ
भगवान कृष्ण का जन्म अपनी दाई यशोदा के पास हुआ था, जब वे पालना कर रही थी, और वे ही यही पालना हीरनकश्यप के पुत्र प्रह्लाद के साथ हुआ था।
नंद और संकट मोचन
जब भगवान कृष्ण नंद के घर आए, तो उन्होंने राक्षस पूतना का संकट दूर किया।
गोपियों का रहस्यमय प्यार
भगवान कृष्ण की प्रेम कहानियों में, उनके प्रेमिकाओं की अद्भुत प्यार कहानियाँ दिखाई गई हैं।
मक्खन चोर श्री कृष्ण
श्री कृष्ण को मक्खन चोर के रूप में प्रसिद्ध किया गया है, क्योंकि वे बचपन में मक्खन चुराने के शौकीन थे।